हरियाली तीज 7 अगस्त को मनाई जा रही है हरियाली तीज के पवित्र अवसर पर 7 अगस्त को शिक्षा एवं पंचायती राज विभाग पूरे प्रदेश में बड़े स्तर पर पौधा रोपण कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहां 7 अगस्त को हरियाली तीज के अवसर पर सभी को एक साथ एक पेड़ मां के नाम का पौधा लगाए और उसे पूर्ण वृक्ष बनाएं ताकि तपती धरती को भीषण गर्मी और निरंतर बढ़ते तापमान से राहत दिलाई जा सके।
सरकार द्वारा सभी से पेड़ लगाने की पहल की गई है मोटरसाइकिल धारक 5 पेड़, कार धारक 10 पेड़, ट्रैक्टर धारक 15 पेड़, ट्रक या बस धारक को 20 पेड़ लगाने चाहिए सरकार द्वारा सभी से पौधे और पेड़ लगाने की बात कही गई है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी 5 पौधे, स्वच्छ भारत मिशन के लाभार्थी 5 पौधे, वन अधिकार योजना के लाभार्थी 5 पौधे, राशन प्राप्त करने वाले 10 पौधे, जिनके घर में एसी लगे है वह परिवार 50 पौधे, किसान को उतने पौधे जितनी जमीन उनके खातेदारी में दर्ज है।
पेट्रोल पंप मालिक 300 पौधे, गैस एजेंसी मालिक 300 पौधे, औद्योगिक इकाई उतने पौधे जितने उनके यहां कर्मचारी काम करते हैं और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि लाभार्थी 25 पौधे लगाएगा।
पौधारोपण अधिक से अधिक संख्या में हो इसके लिए लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं सरकारी एवं निजी विद्यालयों में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक सभी विधार्थी उतने पौधे लगाएंगे जितने उनके परिवार में सदस्य हैं औसतन कम से कम 5 पौधे प्रत्येक विधार्थी को लगाना होगा तृतीय श्रेणी के अध्यापक कम से कम 5 पौधे, द्वितीय श्रेणी के अध्यापक 10 पौधे तथा प्रथम श्रेणी (व्याख्याता) कम से कम 15 पौधे लगाएंगे।
सरकार ने सघन वृक्षारोपण को देखते हुए प्रत्येक राजकीय कार्यालय परिसर, खेल मैदान में पौधारोपण करने के निर्देश दिए है राजकीय विद्यालयों, निजी विद्यालय परिसरों के साथ-साथ चारागाह, राजकीय भूमि, निजी खातेदारी भूमि तथा सड़क किनारे व गांव के सार्वजनिक स्थलो पर पौधारोपण किया जा सकता है विद्यालयों में पौधारोपण की गतिविधि के लिए यूथ एण्ड ईको क्लब के माध्यम से 37 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है।
Planting Scheme Check
यहां पर आपको स्पष्ट रूप से बता दे की शिक्षा मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया है कि इन पौधे को लगाने को लेकर कोई अनिवार्यता नहीं है लेकिन एक टारगेट के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ कर बढ़ते हुए तापमान को कम करना है इसलिए हमारा यह उद्देश्य है।